तलास करो कोई तुम्हे मिल जाएगा
हमारी तरह तुम्हे कौन चाहेगा,
देख्ने वाला तो कोई और भि मिल जाएगा
लेकिन हमारी आँखैं कहाँ से लाएगा ?
उनकी यादो में हरपल हम अस्क बहाते हैं,
जो लम्हे भुल्ना चाहे वहि याद आते हैं,
बस इतना हि प्यार था इन हाथो कि लकिरो में
भुल से वो लम्हे कभी भुलाये नहि जाते हैं।
चाहत तो बहुत है दिल मे कैसे इन्कार करुँ
बहुत चाहता है दिल तुझे कैसे इज्हार करुँ
तु चाहत है किसी और कि
अप्ना समझ् कर मैं कैसे तुझ्से इन्तजार करुँ ....???
Wah wah sir, kya baat hai...
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